जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं? [August 2021]

जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं? – नमस्कार दोस्तों! कैसे है आप सभी? मैं आशा करता हु की आप सभी अच्छे ही होंगे. दोस्तों क्या आप एक जमीन लेने की सोच रहे है पर आप को यह चिंता सता रही है की उस जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं? तो इस आर्टिकल को पढ़ते रहे, क्योंकि आज मैं आप को यह बताने जा रहा हु की आप यह कैसे पता लगा सकते है की जिस जमीन को खरीदने जा रहे है उस जमीन पर लोन है या नहीं.

जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं?
जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं?

जमीन पर लोन है या नहीं यह पता लगाना इसीलिए भी जरुरी है क्योंकि यदि आप के द्वारा लिए जाने वाली संपत्ति पर किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी की ओर से कोई Loan होगा तो आपको उसका भुगतान करना पड़ेगा, जिससे आपका भरी नुक्सान हो सकता है, इसी लिए जमीन पर लोन है या नहीं यह पता लगाना बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है.

वर्तमान समय में धोखाधड़ी बढ़ती जा रही है, एक ही जमीन को बहुत सारे लोगो को बेचा जा रहा है, साथ ही उस संपत्ति पर Loan लेकर, उसका उपयोग अपने काम के लिए किया जा रहा है और फिर उस जमीन को दूसरे व्यक्ति को बेच दिया जाता है, तो ऐसे में किसी जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं? इसे चेक करने के कई तरीके हैं जो मैं आपको इस आर्टिकल के तहत बताने जा रहा हूं इसलिए आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़ें।

जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं?

किसी भी प्रॉपर्टी पर लोन चेक करने के कई साधन उपलब्ध हैं, जिन्हें अपनाकर जमीन पर लोन है या नहीं, पता लगाया जा सकता है, आप चाहें तो प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन नंबर निकाल कर ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं, नहीं तो ऑफलाइन जाकर तहसील में भी चेक करवा सकते हैं, इसके लिए आपको अधिक भुगतान करना पड़ सकता है।

अगर आपको पहले से पता है कि जमीन पर किस बैंक से लोन लिया गया है तो आप उस बैंक में भी जाकर पता कर सकते हैं, उसके लिए आपको संपत्ति की एक कॉपी की जरूरत होगी, आप बैंक के किसी कर्मचारी को दिखा सकते हैं और यह जान सकते हैं कि जमीन पर लिया गया Loan चुकाया गया है या नहीं.

लेकिन यदि आप को नहीं पता की जिस जमीन को आप खरीदने की सोच रहे है, उसपर Loan है या नहीं, और आप यह सोच रहे है की जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं? तो इसे पता लगाने के तरीके कुछ इस प्रकार है:

1. प्रॉपर्टी का कानूनी सत्यापन (Legal Verification Of Property)

वकील द्वारा तैयार की गई ‘Legal Opinion‘ किसी भी Property Verification का पारंपरिक तरीका है। इसमें जमीन से संबंधित दस्तावेज जैसे ऋणभार प्रमाण पत्र (Encumbrance Certificate), बिक्री विलेख (Sale Deed), शीर्षक और पंजीकरण प्रमाण पत्र, एल.पी.सी आदि प्राप्त होते हैं, जिनसे संपत्ति से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध होती है। अक्सर बैंक लोन देने से पहले वकील द्वारा तैयार की गई ‘Legal Opinion’ मांगता है और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ही लोन देता है।

यदि ऋण लिया जाता है, तो ऋण रजिस्ट्री पेपर में परिलक्षित (Reflected) होता है। यदि आपके पास पर्याप्त समय है तो आप संबंधित रजिस्ट्री कार्यालय से संपत्ति का विवरण (7/12 रिकॉर्ड, पंजीकरण प्रमाण पत्र) प्राप्त करके संपत्ति का सत्यापन स्वयं भी कर सकते हैं।

2. संपत्ति का ऑनलाइन सत्यापन (Online Verification Of Property)

ऑनलाइन चेक करने के लिए आपको CERSAI (सेंट्रल रजिस्ट्री ऑफ सिक्योरिटाइजेशन एसेट रिकंस्ट्रक्शन एंड सिक्योरिटी इंटरेस्ट) की वेबसाइट पर जाकर चेक करना होगा। यह भारत की एक केंद्रीय ऑनलाइन सुरक्षा-हित रजिस्ट्री है। यह मुख्य रूप से ऋण देने में धोखाधड़ी की जांच करने के लिए बनाया गया था, जिसमें लोग विभिन्न बैंकों से एक ही संपत्ति पर कई बार लोन ले लेते थे।

CERSAI पर किसी Property की जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रॉपर्टी का विवरण जैसे- पंजीकरण संख्या या संपत्ति का पता आपको इसकी लोन की स्थिति पर जानकारी तक पहुंचने में मदद करेगा।

इस वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन चेक करने के लिए सबसे पहले आप को CERSAI की वेबसाइट पर जाना होगा, उसके बाद संपत्ति से संबंधित जानकारी भर कर आप किसी जमीन पर लोन है या नहीं, यह पता लगा सकते है. इसके लिए आप को अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से 50 रुपये का भुगतान भी करना पड़ेगा.

वेरिफिकेशन के लिए उपयोगी दस्तावेज

  1. सेल डीड:- यह किसी संपत्ति का बिक्री प्रमाण होता है, जिसमें राशि के बारे में दोनों पक्षों के समझौते को दिखाया जाता है और यह उन सभी नियमों और शर्तों को बताता है जिनके लिए जमीन बेची गई है।
  2. टाइटल डीड:- यह एक टाइटल डीड है जो एक कानूनी दस्तावेज है जिसका उपयोग संपत्ति के स्वामित्व को साबित करने के लिए किया जाता है यानी जमीन का मालिक कौन है, यह जानकारी आपको टाइटल डीड से मिलती है।
  3. Updated Tax Receipt:- नवीनतम पेड टैक्स रसीद में संपत्ति की सारी जानकारी दिखाता है, जहां से आप उस संपत्ति के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  4. LPC:- इसका पूरा नाम लाइसेंस्ड प्रोफेशनल काउंसलर है, यह वह सर्टिफिकेट है जो आपको अपनी जमीन का मालिकाना हक बताने में मदद करता है, यह राज्य सरकार द्वारा जारी जमीन के मालिक होने का सबूत दिखाता है।
  5. बिल्डिंग अप्रूवल प्लान:- नगर निगम द्वारा यह अधिसूचित किया जाता है कि इस भूमि का स्वामी कौन है, इस संपत्ति पर ऋण है या नहीं, यह संपत्ति ऋण द्वारा खरीदी गई है या संयुक्त संपत्ति।

इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों के माध्यम से आप किसी भी संपत्ति का सत्यापन कर सकते हैं और जान सकते हैं कि किसी संपत्ति पर ऋण लिया गया है या नहीं, और यह भी जान सकते है की किसी जमीन को बिना Loan लिए खरीदा गया है या Loan लेकर खरीदा गया है।

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आज हमने जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं? के बारे में विस्तार से जाना है और मैं आशा करता हु की आप सभी को यह जानकारी पसंद आई होगी, और आपके लिए हेल्पफुल भी होगी.

यदि आप के मन में जमीन पर लोन है या नहीं कैसे पता लगाएं?, इस आर्टिकल से संबंधित कोई प्रश्न या सलाह है तो हमे कमेंट कर के जरुर बताये, हम आप के कमेंट पर जरुर से Action लेंगे.

अब यदि आप को यह पोस्ट थोड़ी भी हेल्पफुल लगी हो तो इसे अपने सभी दोस्तों और परिवार जानो के साथ भी जरुर से शेयर करे. धन्यवाद!

सुधांशु कोडमास्टर के संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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