क्रेडिट कार्ड क्या होता है? | What Is Credit Card In Hindi

क्रेडिट कार्ड क्या होता है? – नमस्कार दोस्तों कैसे है आप सभी? मैं आशा करता हु की आप सभी अच्छे ही होंगे. तो दोस्तों आज हम क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के बारे में विस्तार से जानेंगे.

दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम क्रेडिट कार्ड क्या होता है (Credit Card Kya Hota Hai), What Is Credit Card In Hindi, क्रेडिट कार्ड के फायदे, क्रेडिट कार्ड के नुकसान, क्या क्रेडिट कार्ड में न्यूनतम देय राशि है, क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे करें, क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है, क्रेडिट कार्ड लोन, आदि के अलावा Credit Card के बारे में और भी बहुत सारी बातो के बारे में जानेंगे.

तो चलिए शुरू करते है और जानते है की आखिर ये क्रेडिट कार्ड क्या होता है?…

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क्रेडिट कार्ड क्या होता है? | What Is Credit Card In Hindi

क्रेडिट कार्ड क्या होता है? | What Is Credit Card In Hindi
क्रेडिट कार्ड क्या होता है? | What Is Credit Card In Hindi

Credit Card Kya Hota Hai? | क्रेडिट कार्ड की परिभाषा – क्रेडिट कार्ड या उधार पत्रक एक छोटा प्लास्टिक कार्ड है, जो एक विशिष्ठ भुगतान प्रणाली के उपयोगकर्ताओं को जारी किए जाते है। इस कार्ड के द्वारा धारक इस वादे के साथ वस्तुएं और सेवायें खरीद सकते हैं कि, बाद में वो इन वस्तुओं और सेवाओं का भुगतान करेगा।

कार्ड का जारीकर्ता, कार्ड के द्वारा उपभोक्ता को उधार की सीमा देता है जिसके अन्तर्गत एक उपयोगकर्ता खरीदी हुई वस्तुओं के भुगतान के लिए पैसे प्राप्त कर सकता है और नकद भी निकाल सकता है।

दुसरे शब्दों में,

क्रेडिट कार्ड क्या है? – क्रेडिट कार्ड एक ऐसा साधन है जो आपको तत्काल क्रेडिट आधारित लेनदेन करने में मदद करता है। डेबिट कार्ड के विपरीत जो आपके बैंक खातों से जुड़े होते हैं और लेनदेन के लिए बैंक अकाउंट की शेष राशि पर निर्भर रहते है, क्रेडिट कार्ड आपको अपने अकाउंट की शेष राशि से स्वतंत्र लेन-देन करने की सुविधा प्रदान करते हैं। हालांकि इन राशियों को पूर्व-निर्दिष्ट क्रेडिट अवधि के अंत में चुकाना ज़रूरी है, और प्रत्येक क्रेडिट कार्ड में एक क्रेडिट सीमा शामिल है जिसके आगे लेनदेन नहीं किया जा सकता है।

Types Of Credit Card | क्रेडिट कार्ड के प्रकार

शॉपिंग से बिजली के बिल भरने तक हर तरह के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है जरुरत है तो बस उनके बारे में जानने की. आइये जानते है भारत में कितनी तरह के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है और उनकी क्या विशेषताएं है:

  • ट्रैवल क्रेडिट कार्ड – ट्रैवल क्रेडिट कार्ड की मदद से आप सभी एयरलाइन टिकट बुकिंग, बस और रेल टिकट बुकिंग, कैब बुकिंग और भी बहुत कुछ पर छूट का लाभ उठा सकते हैं. जब भी आप टिकट बुकिंग करते है तो आपको कुछ न कुछ पॉइंट्स मिलते है जो की आप बाद में रिडीम कर सकते है
  • फ्यूल क्रेडिट कार्ड – फ्यूल क्रेडिट कार्ड की मदद से फ्यूल सरचार्ज छूट का लाभ उठाकर आप पेट्रोल पंप के द्वारा चलाये गए ऑफर्स का लाभ उठा सकते है इसके अलावा आप अतिरिक्त रिवॉर्ड प्वॉइंट्स अर्जित कर पुरे वर्ष में काफी पैसे बचा सकते है
  • रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड – इस तरह के क्रेडिट कार्ड के हर ट्रांजैक्शन पर निश्चित रूप से कोई न कोई रिवॉर्ड (पुरस्कार) मिलता है। कुछ कार्ड पर कैशबैक का ऑफर भी मिलता है। आप कार्ड से कहीं पेमेंट करते हैं, तो आपको एक या दो प्रतिशत का कैशबैक मिलेगा।
  • शॉपिंग क्रेडिट कार्ड – शॉपिंग क्रेडिट कार्ड से खरीदारी या ट्रांज़ैक्शन पर छूट का लाभ उठाने के लिए पार्टनर स्टोर पर ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी करें. इस कार्ड का उपयोग कर के आप पार्टनर स्टोर के साल भर कैशबैक, डिस्काउंट वाउचर और अधिक का लाभ उठा सकते है
  • सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड – जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर यानी सिबिल स्कोर बहुत खराब हो उनको सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहिए। ख़राब क्रेडिट स्कोर वालों के लिए यह कार्ड बहुत उपयोगी साबित होता है। आप कोई नया खाता खोलते हैं या लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के जरिए अपना क्रेडिट स्कोर सही कर सकते हैं।
  • बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड – जब बहुत ज़्यादा ब्याज या पेनाल्टी से बचने के लिए आप बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं। यह आपके मौजूदा क्रेडिट कार्ड के बकाए को कम करने में मददगार होता है। ऐसे कार्ड्स में आपको बकाया चुकाने के लिए 6 से 21 महीने तक मिल जाते हैं। हां, इसके इस्तेमाल में आपको एक बार बैलेंस ट्रांसफर फीस देनी होती है, जो कुल रकम की 5% तक हो सकती है।

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क्रेडिट कार्ड के फायदे | Benefits Of Credit Cards

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का समझदारी से किया गया इस्तेमाल आपके वित्तीय जीवन को बहुत आसान बना देता है. क्रेडिट कार्ड के कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित है:

1. वेलकम ऑफर: अधिकांश बैंक कार्ड धारक को विभिन्न प्रकार के स्वागत लाभ प्रदान करते हैं। ये लाभ गिफ्ट वाउचर, छूट या बोनस रिवॉर्ड पॉइंट के रूप में मिल सकते हैं और निर्धारित समय अवधि के अंदर बैंक क्रेडिट कार्ड को सक्रिय करके लाभ उठाया जा सकता है।

2. रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबेक: हर बार जब आप अपने क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से शॉपिंग करते हैं, तो आप अपने खाते में कुछ रिवॉर्ड पॉइंट या कैशबेक प्राप्त करते हैं। रिवॉर्ड पॉइंट का इस्तेमाल मुफ्त उपहार पाने और किसी अन्य वस्तु के दाम घटाने के लिए किया जा सकता है जबकि कैशबेक सीधे आपके कार्ड अकाउंट पर लागू होते हैं। यदि आपके पास ट्रैवल क्रेडिट कार्ड है, तो आप रिवॉर्ड पॉइंट्स के बजाय एयर मील कमा सकते हैं जिसका इस्तेमाल हवाई ट्रैवल टिकट बुकिंग के लिए किया जा सकता है।

3. फ्यूल सरचार्ज छूट: आजकल लगभग सभी क्रेडिट कार्डों (Credit Card) पर इस छूट का लाभ उठाया जा सकता है। विशेष रूप से फ्यूल के लिए दिए जाने वाले क्रेडिट कार्ड पर और अधिक छूट मिल जाती है। जब भी आप अपने वाहन में फ्यूल भरवाते हैं, तो आपको छूट मिलती है बशर्ते आप एक निश्चित राशि खर्च करें।

4. एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस: कुछ क्रेडिट कार्ड (Credit Card) घरेलू हवाई अड्डों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर साल में एक या एक ज़्यादा बार लाउंज में ठहरना का ऑफर देते हैं। ट्रेवल-सेंट्रिक क्रेडिट कार्ड और प्रीमियम क्रेडिट कार्ड विशेष रूप से इन लाभों का ऑफर देते हैं।

5. बीमा: क्रेडिट कार्ड (Credit Card) बीमा और दुर्घटना के मामले में एक निश्चित कवर राशि भी देते हैं। ये हवाई दुर्घटना कवरेज, कार्ड खोने पर मिलने वाला कवर या विदेशी अस्पताल में भर्ती होने पर मिलने वाला कवर भी हो सकता है।

6. कैश एडवांस: आप अपने क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग कर सीधे एटीएम से नगद राशि निकाल सकते हैं। एमरजेंसी में जब आपको तुरंत नगद राशि की जरुरत होती है तब ये काफी फायदेमंद साबित होता है।

7. एड-ऑन कार्ड: कई क्रेडिट कार्ड आपको एक ऐड-ऑन कार्ड (जिसे एक सप्लीमेंट्री कार्ड के रूप में जाना जाता है) अपने पति या पत्नी, भाई बहन, बच्चों और माता पिता सहित अपने परिवार के सदस्यों के लिए प्राप्त करने के लिए सुविधा प्रदान करते हैं। ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड आमतौर पर प्राइमरी कार्ड के समान लाभ के साथ आता है।

8. EMI कन्वर्ज़न: EMI कन्वर्ज़न क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला सबसे सामान्य लाभ है। आप अपनी बड़ी टिकट की खरीद को EMI में बदल सकते हैं और कुछ महीनों की अवधि में भुगतान कर सकते हैं।

9. धोखाधड़ी और गलतियों की गुंजाईश कम: डेबिट कार्ड (Debit Card) से ऑनलाइन पेमेंट करना खतरनाक साबित हो सकता है. डेबिट कार्ड से पेमेंट का खतरा इसलिए बड़ा है, क्योंकि इससे कोई एक बार में आपके बैंक खाते से जुड़ी पूरी रकम उड़ा सकता है. इसे वापस आने में काफी समय लग सकता है. क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के मामले में गलती सुधारने के लिए समय मिलता है.

10. बढ़िया क्रेडिट स्कोर: अगर आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से पैसे खर्च करें और समय पर उसका पेमेंट करें तो आप बेहतर क्रेडिट स्कोर (Credit Score) बना सकते हैं. यह लंबी अवधि में आपकी काफी मदद करता है खासकर जब आप बिज़नेस लोन या पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते है.

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क्रेडिट कार्ड के नुकसान | Disadvantages Of Credit Cards

1. इस कार्ड में कई ऐसे हिडन चार्जेज और फीस होते हैं जिनका ज्यादातर लोगो को पता नहीं होता है. बैंक भी आपको इनके बारे में नहीं बताता है ऐसे में जो आपको बिल मिलता है उसमें हिडन चार्जेज और फीस शामिल होती है.

2. यदि आप Credit Card से की गयी शॉपिंग का लेट पेमेंट करते है तो बैंक आपसे लेट पेमेंट के तहत अलग से फीस चार्ज करता है जो काफी ज्यादा होती है. इसके अलावा आप पेमेंट करने में जितना ज्यादा समय लगायेंगे बैंक आपसे ब्याज सहित इसके पैसे बसूल कर लेती है.

3. इससे आप जब भी इंटरनेशनल वेबसाइट में पेमेंट करते हैं तो बैंक इसकी जानकारी नहीं रखता है क्योंकि बैंक सिर्फ देश में किये गए पेमेंट को ही अपनी निगरानी में रखता है. ऐसे में इस कार्ड में इंटरनेशनल वेबसाइट से फ्रौड होने की सम्भावना बनी रहती है.

4. लिमिट से ज्यादा शॉपिंग करने पर अतिरिक्त फीस बिल में जोड़ दी जाती है मान लीजिये आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 50 हजार है और आप 50 हजार से ज्यादा की शॉपिंग करते हैं तो बैंक इसका अतिरिक्त चार्ज ब्याज सहित आपके बिल में जोड़ देती है.

5. यदि हम क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान निश्चित समय पर नहीं करते हैं तो इसमें बिल की राशी पर डेली का ब्याज लगता है और ये ब्याज दिन प्रतिदिन बढ़ता जाता है. जैसे कि यदि आपके एक महीने का बिल 20 हजार है जिसे आपने भुगतान नहीं किया है तो इस 20 हजार की राशी पर हो रोज ब्याज लगता रहेगा.

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क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर

क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में मुख्य अंतर ‌ यह है कि जब आप डेबिट कार्ड स्वाइप करते हैं, तो पैसे सीधे आपके बैंक अकाउंट से कटते हैं; वहीं दूसरी तरफ, क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करने पर पैसे आपकी प्री-अप्रूव्ड लिमिट से काटे जाते हैं

क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को एक ब्याज शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता होती है, अगर वे समय पर अपने बिलों का भुगतान नहीं करते हैं, जबकि डेबिट कार्ड उपयोगकर्ता के लिए, कोई ब्याज दर नहीं ली जाती है क्योंकि बैंक द्वारा कोई राशि उधार नहीं ली जाती है।

आपके पास क्रेडिट कार्ड क्यों होना चाहिए?

उपयोग की आसानी के अलावा, निम्नलिखित कारणों से क्रेडिट कार्ड होना आवश्यक है:

  • एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने में मदद करता है
  • 45 दिनों तक का क्रेडिट-फ्री पीरियड मिलेगा
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आसान ट्रांजेक्शन
  • आकर्षक रिवॉर्ड, कैशबैक, छूट, ऑफ़र,आदि के साथ आता है 
  • इमरजेंसी की स्थितियों में काम आता है
  • बड़ी खरीदन करें और बाद में आसान EMI में भुगतान करने के लिए
  • सभी ट्रांजेक्शन सुरक्षित हैं क्योंकि उन्हें OTP और पिन वैरिफिकेशन की आवश्यकता होती है

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किस तरह काम करता है आपका क्रेडिट कार्ड?

क्रेडिट कार्ड आपको बैंक की तरफ से दी जाने वाली एक सुविधा है, जो पहले पैसे खर्च करने और बाद में उसे चुकाने की सहूलियत देता है. आप क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन या ऑफलाइन पेमेंट कर सकते हैं.

क्या आप जानते हैं कैसे काम करता है आपका क्रेडिट कार्ड? आइए इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं.

1. बैंक किस आधार पर देते हैं क्रेडिट कार्ड?

यह वास्तव में दो पक्षों के बीच लेनदेन का एक करार है. जब आप क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक यह चेक करता है कि आपकी उधार लेने और उसे चुकाने की क्षमता क्या है.

अगर आप बैंक से उधार रकम लेने के बाद उसे चुकाने योग्य हैं, तभी बैंक आपको क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं. आप क्रेडिट कार्ड से रकम खर्च कर वास्तव में कार्ड जारी करने वाले बैंक से रकम उधार लेते हैं, जिसे आपको तय समय में चुकाना पड़ता है.

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2. पैसे चुकाने के लिए 60 दिन का समय

अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं चुकाते तो आपको उस पर जुर्माना भरना पड़ता है. हर बिलिंग साइकिल के अंत में आपको बिल की न्यूनतम रकम जरूर चुकानी चाहिए. क्रेडिट कार्ड का बिल जेनरेट होने और खरीदारी करने के बीच आपको 50-60 दिन की कर्जमुक्त अवधि मिलती है.

अगर आप समय से क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल चुका देते हैं तो आपको कोई पेनाल्टी नहीं देनी होती, आपका क्रेडिट स्कोर भी बेहतर होता जाता है. अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं चुकाते तो आप पर ब्याज की रकम जमा होती है. कई बार बकाया रकम और फाइनेंस चार्ज पर भी लेट पेमेंट लगता रहता है.

क्रेडिट कार्ड में शामिल पक्ष

  1. मर्चेंट या सेलर: वे पॉइंट ऑफ़ सेल (POS) टर्मिनल का प्रयोग करते हैं. इसी टर्मिनल पर ग्राहक कार्ड स्वाइप कर मर्चेंट को पेमेंट करते हैं.
  2. पेमेंट गेटवे: यह POS का ऑनलाइन वर्जन है. अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग या बिल पेमेंट करते हैं तो आप पेमेंट गेटवे के जरिये ही भुगतान करते हैं. यह ऑनलाइन खरीदारी में आपके भुगतान को अधिकृत करता है. (पेयू मनी या वेरी साइन आदि)
  3. भुगतान पाने वाला: यह बैंक या NBFC होता है जो मर्चेंट को क्रेडिट कार्ड से हुए पेमेंट के बदले भुगतान करता है. भुगतान पाने वाला संस्थान ही POS टर्मिनल उपलब्ध कराता है.
  4. एसोसियेशन या नेटवर्क: पेमेंट प्रोसेसिंग नेटवर्क वास्तव में क्रेडिट कार्ड से किये गए पेमेंट की प्रक्रिया से जुड़ी सभी औपचारिकता पूरी करता है. इसमें प्रक्रिया, अधिकृत करना और पेमेंट वसूलने जैसे काम शामिल हैं. वीज, मास्टरकार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस आदि ऐसे ही नेटवर्क हैं.
  5. पेमेंट प्रोसेसर्स: यह सभी आंकड़ों को इकट्ठा करने और नेटवर्क को भेजने की प्रक्रिया है. सबसे पहले इसमें सही नेटवर्क की पहचान की जाती है. इसके लिए क्रेडिट कार्ड के शुरुआती चार और आखिरी चार अंक काम आते हैं.

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क्या है इसकी प्रक्रिया?

  • जब आप किसी POS टर्मिनल पर क्रेडिट कार्ड स्वाइप करते हैं तो सबसे पहले नेटवर्क कनेक्शन के जरिये मर्चेंट के पास संदेश जाता है. इसके बाद कार्ड जारी करने वाले बैंक के पास पेमेंट को अधिकृत करने के लिए संदेश भेजा जाता है.
  • इसके बाद कार्ड जारी करने वाला बैंक यह देखता है कि क्या ग्राहक के खाते में कर्ज की इतनी रकम उपलब्ध है या नहीं.
  • अगर ग्राहक के क्रेडिट अकाउंट में रकम उपलब्ध है तो इसके बाद बैंक इस ट्रांजेक्शन को अधिकृत कर देता है.
  • ट्रांजेक्शन अधिकृत होते ही POS टर्मिनल अप्रूव मैसेज दिखाता है और एक स्लिप प्रिंट हो जाती है. मर्चेंट इस स्लिप को बैंक अकाउंट में जमा कर देता है जिसके बाद उसके बैंक खाते में पेमेंट आ जाता है.

चूंकि किसी एक POS टर्मिनल से दिन भर में कई ट्रांजेक्शन होते हैं. आप भी अपने क्रेडिट कार्ड से दिन भर में कई बार खरीदारी कर सकते हैं. इस हिसाब से हर ट्रांजेक्शन को ट्रैक करने के लिए ट्रांजेक्शन नंबर दिया जाता है. इसमें शामिल हर पक्ष की एक फीस होती है.

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क्रेडिट कार्ड से पैसे कैसे निकाले?

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड को खरीदारी या भुगतान करने के लिए उपयोग किया जाता है लेकिन कुछ विशेष स्तिथियों में क्रेडिट कार्ड से बैंक अकाउंट में फण्ड ट्रान्सफर (Transfer money from credit card to bank account) किया जा सकता है।

कुछ मोबाइल ऐप मौजूद हैं जिनके द्वारा तुरंत और आसानी से पैसा ट्रान्सफर कर सकते हैं। आप ये ऐप डाउनलोड कर फण्ड ट्रान्सफर कर सकते हैं। आप मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर में ये ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। ये ऐप एंड्राइड और IOS दोनों के लिए उपलब्ध हैं।

क्रेडिट कार्ड से बैंक अकाउंट में ऑनलाइन फण्ड ट्रान्सफर (Transfer money from credit card to bank account) करने के तरीके निम्नलिखित हैं:

1. Money Gram द्वारा

Money Gram एक अंतर्राष्ट्रीय कंपनी है जिसे फण्ड ट्रान्सफर के लिए जाना जाता है। ऐप इसका ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। इसके द्वारा ट्रान्सफर का तरीका निम्नलिखित है:

  • बैंक अकाउंट किस देश में है और खाताधारक नाम लिखें। अगर आप अपने ही अकाउंट में फण्ड ट्रान्सफर कर रहे हैं तो अपना नाम और अकाउंट के जानकारी लिखें।
  • अब “Account Deposite” का विकल्प चुनें और जितनी राशि ट्रान्सफर करनी है वो डालें।
  • अब भुगतान के माध्यम में ‘क्रेडिट कार्ड’ को चुनें।
  • क्योंकि आप पैसा ट्रान्सफर कर रहे हैं इसलिए आपको अपनी जानकारी भी देनी होगी।
  • पैसा सुरक्षित रूप से ट्रान्सफर हो जाएगा।

2. Western Union द्वारा

इसके द्वारा फण्ड ट्रान्सफर की प्रकिर्या भी Money Gram जैसी ही है। इसका मोबाइल ऐप भी उपब्ध है। इसका तरीका निम्नलिखित है:

  • Western Union में रजिस्ट्रेशन करें।
  • अब लॉग-इन करें।
  • अब किस देश और किस बैंक अकाउंट में पैसा ट्रान्सफर करना है ये चुनें।
  • जिसको पैसा भेजना है उसके बैंक अकाउंट की जानकारी डालें।
  • क्रेडिट कार्ड द्वारा भुगतान करें।
  • ट्रान्सफर हो चुका है इसका एक ईमेल आपको मिलेगा और उसके साथ ही एक ट्रैकिंग नंबर भी।
  • पैसा बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर हो जाएगा।

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क्रेडिट कार्ड से बैंक अकाउंट में फण्ड ट्रान्सफर करते समय सावधानियां

क्रेडिट कार्ड द्वारा अपने बैंक अकाउंट में पैसा ट्रान्सफर करना क्रेडिट कार्ड का सामान्य उपयोग नहीं है। ऐसा कर के आप वो शुल्क भी बचा लेते हैं जो आपको क्रेडिट कार्ड द्वारा नकदी निकालने पर लग सकता है। इसलिए बैंक उन कार्डधारकों की जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देती हैं जो क्रेडिट कार्ड द्वारा एक साल में 2 लाख रुपए से ज़्यादा खर्च करते हैं। इसलिए ऐसा करने से आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नज़र में भी आ सकते हैं।

हालाँकि, अगर आप क्रेडिट कार्ड बिल समय पर जमा नहीं कर पाते हैं तो आपको 3% से 4% ब्याज़ चुकाना पड़ता है जो आपको क्रेडिट कार्ड द्वारा नकदी निकालने से भी महंगा पड़ता है।

क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे करें?

  1. रियायती अवधि का लाभ उठाएं.
  2. सही खरीदारी के लिए सही कार्ड का उपयोग करें.
  3. एमरज़ेंसी के दौरान पर्सनल लोन का विकल्प चुनें.
  4. अपनी खरीद को EMI में बदलें.
  5. सबसे अधिक रिवॉर्ड प्वॉइंट अर्जित करने के लिए ऑनलाइन खरीदारी करें.
  6. अपने रिवॉर्ड पॉइंट रिडीम करें.

क्रेडिट कार्ड की शर्तें व नियम

क्रेडिट कार्ड लेते समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिये, जो आप के लिए लाभदायक हो सकती है| 

  • शुरुआती और सालाना शुल्क – कुछ ऊंचे रकम वाले क्रेडिट कार्ड को छोड़कर कई आजीवन क्रेडिट कार्ड निःशुल्क दिए जाते हैं। अतः ऐसे क्रेडिट कार्ड ही लेना चाहिए जिसमें कोई भी शुरुआती शुल्क न हो।
  • बकाया राशि हस्तांतरण सुविधा – कुछ ग्राहक क्रेडिट कार्ड को अल्पकाल के लिए ऋण की सुविधा के तौर पर लेते हैं। जब ग्राहक एक क्रेडिट कार्ड से ऋण का बोझ नहीं संभाल पाता, तो वह अपने ऋण अन्य कार्ड में हस्तांतरित कर देता है।
  • ब्याज दर – यदि अल्पकालिक ऋण के तौर पर क्रेडिट ले रहे हैं तो ब्याज दर का अवश्य ध्यान रखना चाहिये। प्रायः यह दर १.३३ से ३.१५ प्रतिशत प्रति महीने की दर से बदलती रहती है और यह विभिन्न क्रेडिट कार्ड पर निर्भर करता है।
  • ऋणावधि – सामान्यतया बैंक २१-५२ दिनों की ऋण अवधि प्रदान करते हैं। यह क्रेडिट कार्ड के प्रकार और लेने-देने की तारीख पर निर्भर करता है। यदि ब्याज दर के बिना ऋण अवधि रहेगी तो उतना ही ज्यादा दिनों तक बिना ब्याज भरे राशि का भुगतान करना पड़ेगा।
  • ऋण सीमा – ऋण सीमा क्रेडिट कार्ड से खर्च की जाने वाली यह अधिकतम राशि होती है।
    ग्राहक सेवा – बेहतर रिश्ते वाले बैंक से क्रेडिट कार्ड लेना ज्यादा फायदेमंद होगा।
  • इनामी अंक और नकदी वापसी – सभी बैंक ग्राहकों को इनामी अंक (क्रेडिट पाइंट) या नकद वापसी (कैश बैक) देकर आकर्षित करने का प्रयास करते हैं। इसलिए जो ग्राहक नियमित तौर पर क्रेडिट कार्ड प्रयोग करते हैं उन्हें इस योजना में शामिल होना चाहिए।
  • खरीदारी की सुविधा – एक अच्छा क्रेडिट वहीं है जिसे देश के साथ-साथ विदेशों में भी दुकानदारों द्वारा स्वीकार्य हो। अधिकांश आउटलेट से संबंधित, छूट की सुविधा और खरीदारी की सुविधाओं से युक्त क्रेडिट कार्ड बेहद फायदेमंद रहता है।

क्रेडिट कार्ड क्या होता है? – FAQs

1. क्रेडिट कार्ड क्या है?

क्रेडिट कार्ड एक फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट है जो आपको बैंक से दी गई क्रेडिट लिमिट तक पैसा उधार लेने की अनुमति देता है। आपको अगली देय तिथि पर बिलिंग चक्र के दौरान उधार ली गई राशि का भुगतान करना होगा। आप पूरी राशि का भुगतान करने का विकल्प चुन सकते हैं या केवल न्यूनतम देय का भुगतान कर सकते हैं और शेष राशि को अगले बिलिंग साइकल में चुका सकते हैं। हालांकि, बैलेंस को रिवॉल्व करना, फाइनेंस चार्जेज को वहन करता है, जो आमतौर पर 30% से 45% तक होता है.

2. क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे करें?

आप अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग किसी रीटेल दुकान में POS पर स्वाइप / डिप करने के लिए कर सकते हैं या कार्ड नंबर, वैध थ्रू डेट और सीवीवी जैसी कार्ड जानकारी दर्ज करके ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। यदि आपके पास कॉन्टैक्टलैस क्रेडिट कार्ड है, तो आप NFC-इनेबल POS मशीन पर कार्ड को छूने / टैप करने से 2000 रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं।

3. क्रेडिट कार्ड कौन जारी करता है?

क्रेडिट कार्ड बैंकों और वित्तीय संस्थानों (बैंक और एनबीएफसी) द्वारा जारी किए जाते हैं। क्रेडिट कार्डधारक इन संस्थाओं से क्रेडिट (पैसे) उधार लेकर खरीदारी या विभिन्न सेवाओं के लिए भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड, कैशबेक, ब्याजमुक्त अवधि पर लोन जैसे आदि लाभ देता है।

4. क्रेडिट कार्ड के क्या फायदे है?

क्रेडिट कार्ड के द्वारा आप खरीदारी यानी ऑनलाइन शोपिंग कर सकते है इसके आलवा आप अपने घर के, फ़ोन के और बिजली के बिल भी क्रेडिट कार्ड से जमा कर सकते है.

5. क्रेडिट कार्ड में न्यूनतम भुगतान क्या है?

आमतौर पर यह कुल बकाया देय राशि की एक छोटी राशि होती है। न्यूनतम भुगतान करने प, कार्डधारक लेट पेमेंट पेनल्टी से बच सकते हैं, जो क्रेडिट कार्ड पर लगाया जाएगा।

6. डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में क्या अंतर होता है?

क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को एक ब्याज शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता होती है, अगर वे समय पर अपने बिलों का भुगतान नहीं करते हैं, जबकि डेबिट कार्ड उपयोगकर्ता के लिए, कोई ब्याज दर नहीं ली जाती है क्योंकि बैंक द्वारा कोई राशि उधार नहीं ली जाती है।

7. किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर क्या है?

किसान क्रेडिट कार्ड (kisan credit card) यानि फसल के लिए लिए जाने वाले लोन पर 7 फीसदी की ब्याज दर है लेकिन केंद्र सरकार समय से भुगतान करने वाले किसानों को 3 फीसदी की सब्सिडी देती है।

8. क्या सभी क्रेडिट कार्ड में वार्षिक शुल्क और ज्वाइनिंग शुल्क शामिल है?

नहीं, सभी कार्ड पर वार्षिक शुल्क और ज्वाइनिंग शुल्क नहीं वसूली जाती है। बुनियादी क्रेडिट कार्ड के मामले में, आमतौर पर कोई वार्षिक शुल्क नहीं है; हालाँकि, वार्षिक शुल्क वाले कार्ड अक्सर शून्य वार्षिक शुल्क कार्ड की तुलना में अधिक लाभ प्रदान करते हैं.

9. क्या मैं अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके एटीएम से कैश विड्रॉल कर सकता हूं?

इस सुविधा को कैश एडवांस के रूप में जाना जाता है। आप ATM से अपनी कुल क्रेडिट लिमिट का एक हिस्सा निकाल सकते हैं। लेकिन ऐसे विड्रॉल पर अतिरिक्त शुल्क लगता है और आपके कार्ड-आधारित खरीद की तुलना में अधिक ब्याज दर लगती है।

10. क्रेडिट कार्ड रिवार्ड पॉइंट कैसे अर्जित करें और उसका उपयोग कैसे करें?

हर बार जब आप अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो आप कुछ रिवॉर्ड प्वाइंट अर्जित करते हैं। संचित रिवॉर्ड प्वाइंट, गिफ्ट वाउचर, को कई तरीकों से रिडीम किया जाता है। रिवॉर्ड दर एक कार्ड से दूसरे कार्ड में भिन्न होती है और खर्च पर भी आधारित होती है। उदाहरण के लिए, कुछ कार्ड किराने के खर्च पर अतिरिक्त रिवॉर्ड ऑफर कर सकते हैं जबकि दूसरा कार्ड आपको फ्लाइट टिकट या होटल बुक करते समय अधिक रिवॉर्ड दे सकता है।

11. क्या मेरी क्रेडिट कार्ड लिमिट बाद में बढ़ सकती है?

हाँ, क्रेडिट कार्ड ग्राहक समय के साथ-साथ अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़वा सकते हैं। ये आमतौर पर आपके पिछले भुगतान करने के ट्रैक रिकॉर्ड पर निर्धरित होता है।

12. सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड (Credit Card) क्या होता है?

सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड वो होता है जो किसी संपत्ति जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले जैसे दिया जाता है। ये उनके लिए एक अच्छा विकल्प है जो सामान्य क्रेडिट कार्ड लेने के लिए योग्य नहीं हैं। एसबीआई और एचडी एफसी जैसे प्रमुख बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले क्रेडिट कार्ड देते हैं।

13. क्रेडिट कार्ड (Credit Card) पर मिलने वाले रिवॉर्ड और कैशबैक में क्या अंतर है?

रिवॉर्ड पॉइंट के रूप में मिलते हैं जिन्हें बाद में गिफ्ट वाउचर या क्रेडिट स्टेटमेंट के लिए रिडीम किया जा सकता है। जबकि कैशबेक सीधा आपके क्रेडिट कार्ड अकाउंट में आता है। ज़्यादातर क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड ऑफर करते हैं और सिर्फ कुछ ही कार्ड कैशबेक।

14. नए क्रेडिट कार्ड में अपग्रेड कैसे करें?

ज्यादातर लोग एक नए क्रेडिट कार्ड में अपग्रेड करते हैं जब या तो उनके पास क्रेडिट लिमिट कम होती है या वे अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड के साथ दी जाने वाली सुविधाओं से संतुष्ट नहीं होते हैं। दोनों मामलों में एक नया क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना सबसे संभव विकल्प है आप या तो बैंक के माध्यम से नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं या अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड पर अपग्रेड विकल्प की तलाश कर सकते हैं। आप Paisabazaar.com पर भी क्रेडिट कार्ड्स की तुलना कर सकते हैं और फिर अपनी आवश्यकता के अनुसार सबसे अच्छा विकल्प चुन सकते हैं.

15. प्रीमियम क्रेडिट कार्ड क्या है?

प्रीमियम क्रेडिट कार्ड लाइफस्टाइल, ट्रैवल, एंटरटेनमेंट, डाइनिंग आदि पर अतिरिक्त लाभ प्रदान करते हैं और वे पर्याप्त वार्षिक शुल्क भी लेते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लाउंज का उपयोग, कंसीयज सेवा, हवाई दुर्घटना बीमा कुछ प्रीमियम कार्ड सुविधाएँ हैं।

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आज हमने क्रेडिट कार्ड क्या होता है? के बारे में विस्तार से जाना है और मैं आशा करता हु की आप सभी को आज का यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा और आप के लिए हेल्पफुल भी होगा.

यदि फिर भी आप के मन में “क्रेडिट कार्ड क्या होता है?” से सम्बंधित कोई प्रश्न है तो आप निचे दिए कमेंट बॉक्स में पुच सकते है, हमे आप के सवालों के जवाब देने में बेहद ख़ुशी होगी.

आर्टिकल को पूरा पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद.

सुधांशु कोडमास्टर के संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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