गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये? | Garbh Me Bacche Ka Vajan Kaise Badhaye

गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये? – कई बार जन्म के समय बच्चे का वजन कम होता है, जिसके कारण उसके विकास से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं, इसलिए बच्चे के वजन को संतुलित करना बहुत जरूरी है।

गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये? | Garbh Me Bacche Ka Vajan Kaise Badhaye
गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये? | Garbh Me Bacche Ka Vajan Kaise Badhaye

गर्भावस्था के दौरान आहार, व्यायाम और जीवनशैली में कुछ सकारात्मक बदलाव करने होंगे ताकि भ्रूण का स्वस्थ विकास हो सके। हर मां चाहती है कि उसका बच्चा स्वस्थ रहे और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत उसके वजन से जानी जाती है। तो चलिए गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये (Garbh Me Bacche Ka Vajan Kaise Badhaye), इसके बारे में विस्तार से जानते है।

गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये? | Garbh Me Bacche Ka Vajan Kaise Badhaye

अगर अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में आपके बच्चे का वजन कम दिख रहा है, तो आप उसके स्वस्थ विकास और वजन के लिए निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं:-

1. आहार

आहार गर्भावस्था में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, तो यदि आप भ्रूण का वजन बढ़ाना चाहती हैं, तो अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मांस और मुर्गी शामिल करें।

2. सूखे मेवे (ख़रीदे)

सूखे मेवे भी संतुलित आहार में आते हैं। आप बादाम, खुबानी, अंजीर, अखरोट और कई अन्य सूखे मेवे खा सकती हैं। हालांकि, आपको इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करना होगा।

3. प्रसव पूर्व विटामिन

बच्चे के समुचित विकास के लिए प्रसव पूर्व विटामिन दिए जाएंगे। ये विटामिन बच्चे के वजन को बढ़ाने में भी मदद करेंगे।

4. पर्याप्त मात्र में पानी पिएं

गर्भावस्था के दौरान निर्जलीकरण से बचने के लिए पर्याप्त मात्र में पानी पिएं। गर्भावस्था के दौरान पानी की कमी से कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आप फलों और सब्जियों का जूस, दूध या छाछ भी पी सकते हैं।

5. डॉक्टर की मदद

अगर उपरोक्त उपचार के बाद भी गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन कम है, तो डॉक्टर आपको कुछ और सप्लीमेंट्स लेने या डाइट में बदलाव करने के लिए कहेगा।

गर्भ में बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए क्‍या-क्या खाएं?

य‍दि आपके पेट में पल रहे बच्‍चे का वजन सामान्‍य वजन से कम है (सामान्‍य वजन क्या होना चाहिए, यह जानने के लिए निचे स्क्रॉल करें) तो अपने आहार में शकरकंद, दालें, बींस, संतरे का जूस, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडा, दूध, चिकन और सोयाबीन को शामिल करें। ये सभी खाद्य पदार्थ शिशु का वजन बढ़ाने में मदद करने वाले पोषक तत्‍वों से युक्‍त होते हैं।

गर्भ में बच्चे का वजन कैसे पता चलता हैं?

ज्यादातर महिलाएं अपना पहला अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था की पहली तिमाही में करवाती हैं। रेडियोलॉजिस्ट भ्रूण के विकास को समझने के लिए कई तरह के मापों का उपयोग करते हैं, जैसे कि फीमर की लंबाई, सिर और पेट की चौड़ाई, पश्चकपाल व्यास, द्विपक्षीय व्यास और ह्यूमरस की लंबाई।

इनके आधार पर भ्रूण के वजन और गर्भावस्था के महीने का पता चलता है। यह डिलीवरी की तारीख भी दिखाता है।

गर्भ में बच्चे का वजन कितना होना चाहिए?

हफ्ते के अनुसार भ्रूण का वजन इस तरह होना चाहिए:-

गर्भावस्था के सप्ताहभ्रूण का वजन ग्राम में
81
92
104
117
1214
1323
1443
1570
16100
17.140
18190
19240
20300
21360
22430
23501
24600
25660
26760
27875
281005
291153
301319
311502
321702
331918
342146
352383
362622
372859
383083
393288
403462
413597
423685

​​इन बातों का रखें ध्‍यान (सावधानियां)

प्रेग्‍नेंसी में शिशु का वजन बढ़ाने और सही विकास के लिए आपको कुछ एहतियात बरतना भी जरूरी है, जैसे कि:-

  • शराब और सिगरेट: गर्भावस्‍था में शराब और सिगरेट बिल्‍कुल न लें। इसका बुरा असर शिशु पर पड़ सकता है और कोई गंभीर समस्‍या पैदा हो सकती है।
  • कैफीन का सेवन : अधिक मात्रा में कॉफी, चाय लेने से भ्रूण के स्‍वास्‍थ्‍य पर नकारात्‍मक असर पड़ सकता है।
  • तली हुई चीजें : रोज तली हुई, मीठी या वसायुक्‍त चीजें खाने से मोटापा हो सकता है जिससे कोलेस्‍ट्रोल और प्रेग्‍नेंसी में हाई बीपी का खतरा बढ़ जाता है। बेहतर होगा कि आप इन चीजों का सेवन न करें।

अंतिम शब्द

गर्भावस्‍था में गर्भस्‍थ शिशु का विकास हो रहा है या नहीं, इस बात का पता उसके वजन से लगाया जा सकता है। वहीं, अगर भ्रूण का वजन कम हो तो इसके कारण प्रेग्‍नेंसी में दिक्‍कतें आ सकती हैं या भ्रूण को भी कोई नुकसान पहुंच सकता है।

तो दोस्तों आज मैंने आप को गर्भ में बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये (Garbh Me Bacche Ka Vajan Kaise Badhaye), के बारे में बताया है और मैं आशा करता हु की आप को इनसे जरुर फायदा होगा. हालांकि यह जानकारी हमने आपको सामान्य जानकारी के आधार पर बताएं है। अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी या कोई समस्या है तो चिकित्सक से सलाह लेकर ही काम करें।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें। CodeMaster इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

सुधांशु कोडमास्टर के संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

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